बहुत से लोग अपनी नींद, रिकवरी और वेलनेस को ट्रैक करने के लिए Oura Ring पर भरोसा करते हैं, लेकिन कुछ लोगों के लिए, Oura सिर्फ़ ख़ुद को बेहतर बनाने वाला एक टूल ही नहीं, बल्कि उससे कहीं बढ़कर साबित हुआ है. इन मेंबर ने अपने डेटा में कुछ ऐसी चीज़ें गौर की, जो आम नहीं थी, जैसे कि लगातार हाई आराम के समय हार्ट रेट, बॉडी के टेम्परेचर में अजीब बदलाव, बिना किसी वजह के बढ़ा हुआ स्ट्रेस लेवल, या फिर नींद के पैटर्न में गड़बड़ी. 

जब उन्होंने इसकी गहराई से जाँच की, तो उन्हें जो पता चला उसने उनकी ज़िंदगी बदल दी. Oura ने इन मेंबर को एट्रियल फिब्रिलेशन (AFib), स्ट्रेस कार्डियोमायोपैथी और यहाँ तक कि कैंसर जैसी बीमारियों के शुरुआती संकेतों को पकड़ने में मदद की, जिसने उन्हें सही समय पर डॉक्टर के पास जाने और इलाज शुरू करने का हौसला दिया.

हार्ट रेट और कार्डियोवैस्क्युलर हेल्थ

कई मेंबर के लिए, उनकीआराम के समय हार्ट रेट (RHR) में आया अचानक बदलाव ही वह पहला सुराग बना जिससे उन्हें अहसास हुआ कि कुछ तो गड़बड़ है. वैसे तो आपके डेटा में थोड़े-बहुत उतार-चढ़ाव आना स्वाभाविक है, लेकिन अचानक होने वाले बड़े बदलाव किसी गंभीर समस्या का इशारा हो सकते हैं.

किम आर., 53, मैसाचुसेट्स

Oura के सदस्य की कहानी: 'Oura ने मेरी जान बचाई' — किम, जो काफ़ी एक्टिव थी और रोज़ाना 6 से 8 मील पैदल चलती थी, उन्होंने अचानक गौर किया कि उनकी RHR 55 BPM से सीधे उछलकर 85 BPM पर पहुँच गई है. उनका दिन-भर का तनाव भी अचानक बढ़ गया—जो एक दिन में सिर्फ़ दो घंटे से बढ़कर सीधे 10 घंटे तक पहुँच गया था.

साँस फूलने और भारी थकान महसूस होने के बाद जब वे ER पहुँची, तो उनमें ‘स्ट्रेस-इंड्यूस्ड कार्डियोमायोपैथी’ की पहचान हुई. यह एक ऐसी स्थिति है जिसके लक्षण एकदम हार्ट अटैक जैसे होते हैं और इसमें तुरंत इलाज की ज़रूरत होती है.

“अगर मैं अपनी सेहत को इतने करीब से ट्रैक नहीं कर रही होती, तो शायद मैंने इन संकेतों को नज़रअंदाज़ कर दिया होता. Oura की वजह से ही मैंने अपने लक्षणों को गंभीरता से लिया और सही समय पर वह इलाज करवा पाई जिसकी मुझे ज़रूरत थी.”

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वर्नन बी., 48, नॉर्थ कैरोलाइना

Oura ने मेरी जान बचाई वर्नन ने देखा कि उनकी RHR 20 BPM तक बढ़ गई थी और बॉडी टेम्परेचर ट्रेंड्स भी आम से 1°C ज़्यादा था. इसके साथ ही, उन्हें साँस लेने में भी तकलीफ़ महसूस हो रही थी. परेशान होकर वे सीधे ER पहुँचे, जहाँ इत्तेफ़ाक से डॉक्टर भी Oura सदस्य थे, इसलिए उन्होंने वर्नन के डेटा को गंभीरता से लिया और उसे नज़रअंदाज़ नहीं किया. जाँच में पता चला कि उन्हें ‘पेरिकार्डियल इफ्यूजन’ के साथ ‘कार्डियक टैम्पोनैड’ था, यह दिल की एक ऐसी ख़तरनाक स्थिति है जिसमें जान का जोख़िम होता है और तुरंत इमरजेंसी सर्जरी की ज़रूरत पड़ती है.

“नर्स को यकीन ही नहीं हो रहा था कि मैं अपनी रिंग की वजह से हॉस्पिटल गई थी. लेकिन Oura ने मेरी जान बचाई.” 

टिम एस., 58, ऑरलैंडो, फ़्लोरिडा

Oura ने मेरी जान बचाई

टिम की आराम के समय हार्ट रेट आमतौर पर 50–64 BPM के बीच रहती थी, लेकिन अचानक वह गिरकर 39 BPM पर आ गई—हैरानी की बात यह थी कि टिम को अंदर से कोई परेशानी महसूस नहीं हो रही थी और वे एकदम ठीक थे. कोई और लक्षण नहीं होने पर भी वे ER चले गए. उन्हें तुरंत एम्बुलेंस से आगे के टेस्ट के लिए ले जाया गया, जहाँ बाद में पता चला कि उनके दिल में इलेक्ट्रिकल सिग्नल से जुड़ी एक दुर्लभ समस्या है.” अस्पताल में तीन दिन बिताने के बाद, डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि उनकी जान बचाने और किसी भी जानलेवा हादसे को रोकने के लिए उन्हें ‘पेसमेकर’ लगवाना पड़ेगा.

“मेरे कार्डियोलॉजिस्ट ने मुझसे कहा, ‘अगर आपने इसे नहीं पकड़ा होता, तो हो सकता है कि आप नींद में चले जाते और फिर कभी नहीं जागते. Oura ने सिर्फ़ मेरा स्‍वास्‍थ्‍य ट्रैक नहीं किया—इसने मेरी जान भी बचाई. वो पल सच में बहुत अजीब सा था. मैं आभार और हैरानी के मिले-जुले अहसासों से भर गया था.”

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टेम्परेचर ट्रेंड्स और सिंप्‍टम रडार (बीमारी के संकेत पकड़ना): 

Oura के टेम्परेचर ट्रेंड्स ट्रैकिंग और सिंप्‍टम रडार (बीमारी के संकेत पकड़ना) फ़ीचर आपकी बॉडी पर पड़ रहे खिंचाव के शुरुआती संकेत दे सकता है—यहाँ तक कि बीमारी के लक्षण महसूस होने से भी काफ़ी पहले.

मार्सिया ई., 67, न्यूयॉर्क

Oura ने मेरी जान बचाई

मार्शिया पिछले 30 से भी ज़्यादा सालों से ‘सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस’ (SLE) जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं. दो साल पहले, मार्सिया ने अपने डेली वाइटल्‍स को ट्रैक करने और फ़्लेयर-अप से बचने के लिए Oura का इस्तेमाल करना शुरू किया. “करीब एक साल पहले की बात है, मेरी माँ जब सुबह सोकर उठीं तो उन्हें सब कुछ ठीक तो लग रहा था, पर पूरी तरह से अच्छा महसूस नहीं हो रहा था. उनकी बेटी नीना बताती हैं, ‘उनकी नींद थोड़ी ख़राब रही थी, लेकिन उन्हें लगा कि शायद कुछ उल्टा-सीधा खा लिया होगा या फिर सोने में रोज़ से थोड़ी देर हो गई होगी.

तभी सिंप्‍टम रडार (बीमारी के संकेत पकड़ना) ने उन्हें अलर्ट करना शुरू कर दिया, लगातार कई दिनों तक उसे संकेत मिल रहे थे कि उनकी बॉडी पर ज़रूरत से ज़्यादा खिंचाव पड़ रहा है. उनकी रेडिनेस और स्ट्रेस मेट्रिक्‍स अपनी आम रेंज से बाहर थे. Oura कुछ हल्का-सा लेकिन लगातार नोटिस कर रही थी. 

अपने Oura डेटा पर भरोसा करते हुए, वह अपने रुमेटोलॉजिस्ट के पास गई. डॉक्टर ने तुरंत पहचान लिया कि कुछ ठीक नहीं है और उनको फौरन उनके एंडोक्रिनोलॉजिस्ट के पास रेफ़र कर दिया. पता चला कि उनका थायरॉइड लेवल पूरी तरह से कंट्रोल में नहीं था, जो SLE के साथ जी रहे किसी भी इंसान के लिए ख़ास तौर पर ख़तरनाक हो सकता है. उनका TSH (थायरॉइड-स्टिम्युलेटिंग हार्मोन) और फ़्री T4 आम रेंज से काफ़ी बाहर था. बॉडी का यह असंतुलन थकान को और भी बदतर बना सकता है, हार्ट रेट को तेज़ कर सकता है और बॉडी के अंदरूनी हिस्सों में सूजन या ऑटोइम्यून समस्याओं को बढ़ा सकता है. 

“उनकी बेटी बताती हैं, ‘Oura की मदद से थायराइड की समस्या वक्त रहते पकड़ में आ गई. अब माँ अपनी सेहत को लेकर और भी जागरूक हो गई हैं.वे रोज़ सुबह सबसे पहले अपना Oura डेटा चेक करना नहीं भूलतीं.” “अब उनके दिन की शुरुआत इसी से होती है—यही डेटा तय करता है कि उनका पूरा दिन कैसा बीतेगा.” सुबह का वह शांत पल उन्हें यह समझने में मदद करता है कि उनकी बॉडी को उस वक्त किस चीज़ की ज़रूरत है—चाहे वह थोड़ा आराम हो, ज़्यादा पानी पीना हो, थोड़ी कसरत या फिर बस उस दिन अपनी रफ़्तार को थोड़ा धीमा रखना.”

ब्रिया एम., 29, न्यूयॉर्क

ब्रिया Oura Ring की सदस्य हैं. ब्रिया एक डांस कोच हैं और काफ़ी हेल्दी लाइफ़स्टाइल जीती हैं. उन्होंने मई 2024 में Oura Ring खरीदी थी, यह वो वक्त था जब उन्होंने ’75 हार्ड’ चैलेंज पूरा करने और बर्थ कंट्रोल पिल बंद करने का फ़ैसला लिया था. अगस्त 2024 में, उन्हें एसिड रिफ्लक्स (सीने में जलन), थकान और वजन कम होने जैसी समस्याएँ होने लगी. लेकिन ब्रिया को लगा कि यह सब उनकी लाइफ़स्टाइल में हुए बदलावों का ही नतीजा है. अगले साल, मई 2025 में, ब्रिया जापान में अपने हनीमून पर थी, जब उसके Oura Ring ने सिंप्‍टम रडार (बीमारी के संकेत पकड़ना) पर तनाव के संकेत देना शुरू कर दिया. ट्रिप के दौरान उन्हें लगभग हर रात सोते समय पसीना आता था, लेकिन उन्होंने इसे यह सोचकर नज़रअंदाज़ कर दिया कि शायद यह सफ़र की थकान और स्ट्रेस की वजह से हो रहा है. घर लौटने पर उनके पति ने उन्हें डॉक्टर को दिखाने के लिए मनाया, लेकिन डॉक्टर ने भी उनकी बातों को साधारण मानकर बस डाइट बदलने और एसिडिटी के लिए एंटासिड लेने की सलाह दी.

अपने बॉडी को समझते हुए, ब्रिया ने एक्स-रे करवाने पर ज़ोर डाला. जाँच में उनके फेफड़ों के पास 12 सेंटीमीटर की एक गांठ पाई गई और उन्हें लिंफ़ोमा (स्टेज 3 लार्ज बी-सेल मीडियास्टिनल नॉन-हॉजकिन्स) होने की पुष्टि हुई.

“20 की उम्र में कैंसर मेरी बिंगो कार्ड पर नहीं था, फिर भी मेडिकल साइंस इतना एडवांस है कि मुझे चिंता नहीं है; मैं अपना सारा इलाज घर पर ही करवा पा रही हूँ और एक सेमी-नॉर्मल लाइफ़स्टाइल जी रही हूँ.” मैं कीमो का अपना चौथा साइकिल शुरू कर रही हूँ और अभी दो और बाकी हैं, यह कहना भी अपने आप में यकीन नहीं होने जैसा है, ख़ासकर यह देखते हुए कि मैं कितना लंबा सफ़र तय कर चुकी हूँ. मेरे बाल झड़ चुके हैं, स्वाद पूरी तरह बदल गया है, बॉडी में जान नहीं बची है, और मुझे अपना ‘कीमो पोर्ट’ देखना भी अच्छा नहीं लगता। रही बात ‘ब्रेन फॉग’ की, तो वह इतना हावी है कि कुछ भी सोचना-समझना मुश्किल हो जाता है. मेरे बारे में और भी बहुत सी दिलचस्प बातें हैं और कैंसर उनमें से एक नहीं है. अब तो यह तय है कि इस क्रिसमस पर मैं अपने पूरे परिवार को Oura Ring ही गिफ़्ट करने वाली हूँ.”

एलिजाबेथ, 22, फ़्लोरिडा

“मेरी Oura रिंग मुझे लगातार कई दिनों से यह बता रही थी कि मेरी बॉडी बहुत बड़े मुसीबत के संकेत दे रही है और अंदरूनी तौर पर किसी भारी खिंचाव से जूझ रही है… कुछ दिनों बाद मुझे ल्यूकेमिया होने का पता चला.” 

गुमनाम

“मुझे 1998 से लंबे समय से डिप्रेशन है. शुक्र है कि दवाइयों की मदद से सब कुछ कंट्रोल में है. मैं ख़ुद को खुशनसीब मानता हूँ कि मैं एक आम ज़िंदगी जी पा रहा हूँ. मेरे अपने शौक हैं, एक खुशहाल परिवार है और मैं अपनी ज़िम्मेदारी वाली नौकरी भी अच्छे से निभा रहा हूँ. हालाँकि, मुझे साल में शायद चार या पाँच बार फ़्लेयर-अप होते हैं और ये 24-48 घंटे तक रहते हैं. मुझे पता है कि बस थोड़ी देर बिस्तर या सोफ़े पर लेटने की ज़रूरत है, और फिर यह सब ठीक हो जाएगा. कल मेरे साथ ऐसा ही एक एपिसोड हुआ था और इसे सिंप्‍टम रडार (बीमारी के संकेत पकड़ना) ने पहचान लिया. सच कहूँ तो, मैं इससे बहुत प्रभावित हूँ. ऐसा लग रहा था जैसे यह कह रहा हो कि कोई एक चीज़ तो साफ़ तौर पर गलत नहीं दिख रही, लेकिन मेरे बॉयोमेट्रिक्स थोड़े बिगड़े हुए थे. यह वाकई कमाल है.”

गुमनाम

“पिछले हफ्ते मंगलवार को ही मेरी सर्जरी हुई थी.” करीब 90 किलो वज़न घटाने के बाद, मैंने पेट की कॉस्मेटिक सर्जरी करवाई थी. सर्जरी के दो दिन बाद जब Oura ने मुझे बॉडी पर भारी तनाव के संकेत देने शुरू किए, तो मुझे लगा कि यह तो नॉर्मल ही है, आख़िर अभी-अभी मेरी सर्जरी जो हुई थी. लेकिन जैसे-जैसे दिन बीतते गए, Oura मुझे लगातार चेतावनी देता रहा कि कुछ तो है जो सही नहीं है. जब इसने यह चेतावनी देनी शुरू की कि मेरी रेस्पिरेटरी रेट बिगड़ रहा है, तब मैंने इस पर ज़्यादा ध्यान देना शुरू किया (हालाँकि, मैंने पेट पर एक टाइट ‘एब्डोमिनल बाइंडर’ पहन रखा था, जिसकी वजह से मुझे पहले से ही सांस लेने में थोड़ी तकलीफ़ हो रही थी). मेरे काफ़ मसल्स में भी कुछ दर्द था, जिसे सर्जरी के बाद के साइड इफ़ेक्ट में लिस्ट किया गया था.

बुधवार को आधी रात में मेरी नींद खुली, मेरे कंधे में हल्का सा दर्द हो रहा था, और ऐप पर मेरी रेस्पिरेटरी रेट भी ज़्यादा दिख रही थी. तो आख़िरकार, मैंने ख़ुद से कहा कि कुछ तो गड़बड़ है और मैं सीधा ER चला गया. यहाँ तक कि ER के डॉक्टर ने भी यही कहा कि यह निमोनिया जैसा लग रहा है, क्योंकि ठीक उसी दौरान मुझे हल्का बुखार शुरू हो गया था और साथ में खाँसी और कफ़ की शिकायत भी थी. पर कोई खतरा न हो, इसलिए वे पक्का कर लेना चाहते थे कि कहीं यह डीप वेन थ्रोम्बोसिस (DVT) का मामला तो नहीं है. जाँच में पता चला कि मुझे तीन DVT थे और एक चौथा थक्का तो टूटकर ‘पल्मोनरी एम्बोलिज्म’ में बदल चुका था. और उन्होंने मेरे दिल के एक चैम्बर में भी एक थक्का जमा हुआ पाया.

ज़िंदगी में पहली बार ऐसा हुआ कि मुझे इमरजेंसी से आईसीयू तक ले जाते समय एक नर्स लाइफ़पैक के साथ मेरे साथ चल रही थी और फिर मुझे तुरंत एंजियोप्लास्टी और थ्रोम्बेक्टोमी (थक्का हटाने की सर्जरी) के लिए ले जाया गया. खुशकिस्मती यह रही कि मेरे पैरों के थक्के छोटे थे और जब डॉक्टर ने अंदर जाँच की, तो पता चला कि फेफड़ों वाला थक्का भी कई छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट गया था और शुक्र है कि मेरे दिल पर कोई खिंचाव नहीं पड़ रहा था. अगले ही दिन मुझे घर जाने की छुट्टी मिल गई और अब बस छह महीने तक ब्लड थिनर लेनी होंगी. डॉक्टरों ने इसकी वजह मेरी सर्जरी को ही बताया, क्योंकि मेरी ऐसी कोई मेडिकल हिस्ट्री नहीं थी और सर्जरी के बाद मैं ठीक से चल-फिर भी नहीं पा रहा था.”

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स्ट्रेस और रिकवरी: जब “ऑफ़ डेज़” किसी और चीज़ का संकेत की ओर इशारा करते हैं

Oura के स्ट्रेस ट्रैकिंग और HRV मॉनिटरिंग ने इन मेंबर को गहराई से यह समझने में मदद की कि कुछ तो गड़बड़ है.

क्लेयर पी., 33, लंदन, UK

क्लेयर मैराथन धावक हैं और उन्होंने एक बात गौर की कि जब भी उनकी RHR 40 BPM से नीचे गिरती है, तो उनके पीरियड मिस हो जाते हैं.” पीरियड को पांचवां वाइटल साइन माना जाता है,इसलिए इसका बंद होना (अमेनोरिया) अंदरूनी हेल्थ इम्बैलेंस का संकेत दे सकता है.

जब उसे अपने RHR में गिरावट का ट्रेंड दिखता है, तो वह रिकवरी पर ज़्यादा ध्यान देना शुरू कर देती है—ट्रेनिंग कम कर देती है और यह पक्का करती है कि वह अपनी बॉडी को सही तरीक़े से पोषण दे रही है.

“बाहर से देखने वाले ज़्यादातर लोग मुझे देखकर शायद कहें—’वाह, आप कितनी फिट हो!’ लेकिन अब मैं अपने डेटा को समझने लगी हूँ. मेरे लिए बहुत कम RHR का मतलब है पीरियड का मिस होना, जिसका सीधा मतलब यह है कि मैं असल में ‘ऑप्टिमल फ़िटनेस’ की स्टेट में नहीं हूँ!”

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जॉर्जी एम., 31, पुर्तगाल

Oura सदस्य की कहानी: Oura ने मेरी जान बचाई

जॉर्जी दो छोटे बच्चों की माँ हैं और साथ ही एक स्टार्टअप में फुल-टाइम काम भी करती हैं. इसका मतलब है कि काम के लंबे घंटे और ख़ुद के लिए सुकून के चंद पलों की कमी. अपने स्टार्टअप की लॉन्चिंग के करीब, उन्होंने गौर किया कि दिन-भर का तनाव फ़ीचर उन्हें दिन में 7 से 9 घंटे तक का हाई स्ट्रेस दिखा रहा था. इसका सीधा असर उनकी नींद पर भी पड़ा. कभी-कभी तो रात में मुश्किल से 4-5 घंटे की ही नींद मिल पाती थी. नतीजा यह हुआ कि उनकी सोचने-समझने की ताकत बिगड़ने लगी थी.

इससे पहले कि वे पूरी तरह ‘बर्नआउट’ का शिकार हो जाती, उन्होंने समय रहते ठोस कदम उठा लिए. उन्होंने तय कर लिया कि अब अपनी मेंटल और फिज़िकल सेहत से समझौता नहीं करेंगी. उन्होंने रात को जल्दी सोना शुरू किया, ऑफ़िस के काम को घर के समय से अलग रखा और ख़ुद का ध्यान रखना शुरू किया. 

मैं अपनी नौकरी और बच्चों की ज़रूरतों को ख़ुद से ऊपर रख रही थी, लेकिन इसे लंबे समय तक जारी रखना मुमकिन नहीं था. मैं बर्नआउट महसूस कर रही थी और इसका असर मेरी कॉन्सन्ट्रेट करने की ताकत पर पड़ रहा था. मेरे Oura डेटा ने मुझे याद दिलाया कि मुझे मेरा स्‍वास्‍थ्‍य पहले देखना चाहिए.”

निकोल डी., 31, वेनिस, कैलिफ़ोर्निया

एक स्वस्थ और एक्टिव 31 साल की महिला के तौर पर निकोल को बिना रुके काम करने, ट्रैवल करने और अपने पहले हाफ़-मैराथन की ट्रेनिंग करने वाली लाइफ़ स्टाइल की आदत थी. लेकिन छह महीने के इस बेहद बिजी शेड्यूल के बाद, उनकी एंग्जायटी (घबराहट) अपने चरम पर थी और वो शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह टूट चुकी थी. इस वजह से उन्हें कई बीमारियाँ और पेट से जुड़ी समस्याएँ होने लगीं, जो इतनी ज़्यादा थीं कि वह मुश्किल से कोई काम कर पाती थीं.

निकोल Oura Ring सदस्य “मेरे अनगिनत वर्कअप, पैनल, स्कैन, न जाने क्या-क्या हो रहे थे.” “वो बताती हैं—’मैंने देश के बेहतरीन विशेषज्ञों को दिखाया, लेकिन फिर भी मेरे लक्षणों को कभी MS, कभी ऑटोइम्यून बीमारियाँ, तो कभी प्रोपोफ़ोल इन्फ़्यूजन सिंड्रोम बताकर गलत डायग्नोसिस किया जाता रहा. “कोई भी नहीं बता पाया कि क्या हो रहा था.”

कई महीनों तक गलत इलाज झेलने के बाद, निकोल अपनी एक्सपोर्ट की हुई Oura रिपोर्ट एक रुमेटोलॉजिस्ट के पास लेकर गई. “मुझे एकदम से समझ आया कि मेरे पास मेरी बॉडी से जुड़ा ढेर सारा पर्सनल डेटा है,” वो बताती हैं. निकोल ने अपने बॉयोमेट्रिक्स में आए बदलाव को अपनी GI समस्याओं से जुड़ी एक रूटीन एंडोस्कोपी से जोड़ा था. उस प्रोसीजर के बाद से निकोल के Oura डेटा में लगातार गिरावट दिखने लगी. HRV कम हो रहा था, नींद ख़राब थी, आराम के समय हार्ट रेट बढ़ी हुई थी, दिन भर का स्ट्रेस हाई था और रेडिनेस और रिकवरी के आँकड़े भी काफ़ी नीचे गिर चुके थे. 

आख़िरकार, असली बीमारी का पता चल ही गया, यह एक मास्ट सेल रिएक्शन था, जो एंडोस्कोपी के दौरान दिए गए एनेस्थीसिया की वजह से हुआ था. अब निकोल अपनी सेहत को फिर से पटरी पर ला रही हैं. आज उनका डेटा उनके लिए गाइड की तरह काम करता है, जो उन्हें खाने-पीने से लेकर बेहतर नींद तक, हर लाइफ़स्टाइल के चुनाव में सही रास्ता दिखाता है.

“हर चीज़ को ट्रैक करें. अपनी उंगलियों पर मौजूद इस डेटा का पूरा फ़ायदा उठाएँ—आप कैसा महसूस कर रहे हैं उसे लॉग करें, पुराने डेटा से उसकी तुलना करें और फिर उसके हिसाब से सही कदम उठाएँ. भले ही किसी दिन आप पूरी तरह थक चुके हों, फिर भी हिम्मत नहीं हारें, फ़ोन उठाइए, ईमेल भेजिए और डॉक्टर की अपॉइंटमेंट लें. सिर्फ़ दूसरी राय ही क्यों लें—तीसरी, चौथी या पांचवीं राय भी ले सकते हैं. अपनी लड़ाई ख़ुद लड़ना सीखिए, क्योंकि आपसे बेहतर और आपसे ज़्यादा मज़बूती से आपके लिए कोई और नहीं लड़ेगा.”

जिलियन सी., 37, कनाडा

जिलियन ने Oura Ring तब ली थी जब उनकी तबीयत बहुत ज़्यादा ख़राब रहने लगी थी, हालाँकि उस समय तक उन्हें कैंसर डायग्नोज़ नहीं हुआ था. उसने देखा कि उसका HRV, जिसे बेहतर बनाने के लिए सब कुछ करने के बावजूद, वह कभी 20 m/s से ऊपर नहीं बढ़ा. जाँच के बाद पता चला कि उन्हें स्टेज़ 3C सर्वाइकल कैंसर है और तब से उनका इलाज चल रहा है. दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने गौर किया कि उनका HRV अब पहले से काफ़ी बेहतर हो गया है और अब तो यह 60 तक पहुँचने लगा है. अब वो अपने स्ट्रेस और बॉडी के टेम्परेचर के ट्रेंड पर नज़र रखने के लिए Oura का इस्तेमाल करती हैं. इससे उन्हें यह अंदाज़ा लगाने में मदद मिलती है कि कब उनकी रेडिएशन फ़ाइब्रोसिस की समस्या फिर से बढ़ रही है.

जब वह देखती है कि उसका स्ट्रेस और टेम्परेचर बढ़ रहा है, या उसके HRV में गिरावट आ रही है, तो उसे पता चलता है कि उनकी बॉडी उसे कुछ बताने की कोशिश कर रही है. इस दौरान, वह रिकवरी पर ध्यान देती है और अपने डॉक्टर से भी मिल सकती है.

“मैं असल में Oura की बहुत आभारी हूँ, पिछले कुछ सालों में आपने रिकवरी में मेरी मदद की है और मुझे इससे उबरने में सबसे ज़्यादा मदद की है.” दूसरे Oura मेंबर के लिए मेरी सबसे बड़ी सलाह: HRV स्टेटस वाकई एक बहुत बड़ी बात है. अपनी सेहत पर नज़र रखने के लिए यह सबसे अहम और भरोसेमंद मैट्रिक है.”

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